इस पोस्ट में आप जान पाएंगे –
* स्टार डेल्टा स्टार्टर (star Delta starter ) क्या है|
* स्टार डेल्टा स्टार्टर (star delta starter ) की आवश्यकता क्यों पडती है|
* स्टार डेल्टा स्टार्टर (star delta starter ) कितने प्रकार के होते है|
* स्टार डेल्टा स्टार्टर (star delta starter ) में कौन कौन से भाग (parts) होते है और उनका उपयोग क्या है |
star delta starter |
स्टार डेल्टा स्टार्टर क्या है
जब भी हमे 5 हॉर्स पावर से अधिक की गिलहरी पिंजरी मोटर ( squirrel cage induction motor ) को start करना होता है तो हमे स्टार डेल्टा स्टार्टर की आवश्यकता पड़ती है | इस स्टार्टर के द्वारा हम किसी त्रिकला प्रेरण मोटर (Three Phase Induction Motor) को स्टार कनेक्शन से डेल्टा कनेक्शन में बदल सकते है |जिससे मोटर को जलने से बचाया जा सकता है ।
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स्टार डेल्टा स्टार्टर की आवश्यकता क्यों पड़ती है –
जब भी किसी गिलहरी पिंजरा मोटर ( squirrel cage induction motor ) जिसकी पावर 5 hp से अधिक होती है को स्टार्ट करते है तो वह मोटर स्टार्टिंग में अपने फुल लोड करंट से 6 – 7 गुना अधिक करंट लेती है । जिससे मोटर गर्म हो कर उसकी वाइंडिंग जल सकती है । जिससे बचने के लिए स्टार डेल्टा स्टार्टर का उपयोग करते है । जब भी स्टार्टर के द्वारा मोटर को स्टार में चलाया जाता है तो मोटर की प्रत्येक वाइंडिंग में कम करंट प्रवाहित होती है जिससे स्टार्टिंग करंट कम हो जाती है क्योंकि जब रोटर चुम्बकीय क्षेत्र में घूमता है तो फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के कारण रोटर में विरोधी विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है जिसके कारण स्टेटर वोल्टेज कम हो जाता है और स्टेटर करंट कम हो जाती है । मोटर के पूर्ण गति प्राप्त करने पर मोटर को डेल्टा में जोड़ दिया जाता है जिससे मोटर में सामान्य करंट प्रवाहित होने लगती है और मोटर वाइंडिंग को जलने से बचाया जा सकता है |
Star Delta Star कितने प्रकार के होते है –
जैसा की आप जानते है 5 HP से अधिक की गिलहरी पिंजरा मोटर ( Squirrel cage ) को स्टार्ट करने के लिए स्टार डेल्टा स्टार्टर उपयोग किया जाता है | लेकिन मोटर की HP अधिक होने के साथ साथ स्टार्टर का प्रकार भी बदला जाता है | जिससे मोटर में होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है |
स्टार डेल्टा स्टार्टर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है –
1 – manual star delta starter (हस्त चालित तारा त्रिकोण प्रवर्तक )
2 – Automatic Star Delta Starter ( स्वचालित तारा त्रिकोण प्रवर्तक )
3 – Auto Transformer Star Delta Starter ( स्व परिणामित्र तारा त्रिकोण प्रवर्तक )
स्टार डेल्टा स्टार्टर (star delta starter ) में कौन कौन से भाग (parts) होते है और उनका उपयोग क्या है |
मैन्युअल स्टार डेल्टा स्टार्टर में कई भाग होते है _
1 – fixed contactor – इनका उपयोग सप्लाई तथा मोटर के तारो को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है |इनके द्वारा ही सप्लाई स्टार्टर से होते हुए मोटर तक पहुचती है |
2 – moveable contactor – यह contactor स्टार्टर के fixed contactor से जुड़े सप्लाई तथा मोटर के तारो को star से delta में जोड़ने के काम आते है | यह एक हैंडल से जुड़े होते होते है |
3 – starter Handle – मोटर को स्टार से डेल्टा में जोड़ने के लिए स्टार्टर हैंडल का उपयोग किया जाता है | इस हैंडल को निचे की और दबाये रखने से मोटर स्टार में चलती है तथा मोटर के पूर्ण गति प्राप्त क्र लेने के बाद इस हैंडल को झटके से ऊपर उठाया जाता है जिससे मोटर डेल्टा में रन हो जाती है |
4 – NVC – इसका पूरा नाम no volt coil है | जब स्टार्टर हैंडल को स्टार से डेल्टा में बदला जाता है तो हैंडल को डेल्टा स्थति में रोके रखने का काम no volt coil के द्वारा किया जाता है | इसे दो फेज की सप्लाई के बिच जोड़ा जाता है |
5 – stop Button – जब स्टार्टर हैंडल से मोटर को स्टार से डेल्टा में जोड़ दिया जाता है तो मोटर रन होने लगती है | यदि अब मोटर को बंद करने की जरुरत हुयी तो हम हैंडल से मोटर को बंद नही कर सकते है क्युकी nvc हैंडल को मजबूती से डेल्टा में जकड़कर रखती है | तो मोटर को सप्लाई से अलग करने के लिए stop बटन का उपयोग किया जाता है |
इसके अतिरिक्त और भी भाग होते है एक स्टार डेल्टा स्टार्टर में जैसे ओवर लोड कोयल , करंट एडजस्टर आदि |
इस पोस्ट को लिखने में काफी सावधानी रखी गयी है फिर भी यदि कोई त्रुटी रह गयी हो तो कृपया हमे कमेंट कर सूचित करे | उम्मीद करते है आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी | निवेदन है यदि यह पोस्ट पसंद आई हो तो कृपया इस पोस्ट को अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर जरुर करे |
3 – starter Handle – मोटर को स्टार से डेल्टा में जोड़ने के लिए स्टार्टर हैंडल का उपयोग किया जाता है | इस हैंडल को निचे की और दबाये रखने से मोटर स्टार में चलती है तथा मोटर के पूर्ण गति प्राप्त क्र लेने के बाद इस हैंडल को झटके से ऊपर उठाया जाता है जिससे मोटर डेल्टा में रन हो जाती है |
4 – NVC – इसका पूरा नाम no volt coil है | जब स्टार्टर हैंडल को स्टार से डेल्टा में बदला जाता है तो हैंडल को डेल्टा स्थति में रोके रखने का काम no volt coil के द्वारा किया जाता है | इसे दो फेज की सप्लाई के बिच जोड़ा जाता है |
5 – stop Button – जब स्टार्टर हैंडल से मोटर को स्टार से डेल्टा में जोड़ दिया जाता है तो मोटर रन होने लगती है | यदि अब मोटर को बंद करने की जरुरत हुयी तो हम हैंडल से मोटर को बंद नही कर सकते है क्युकी nvc हैंडल को मजबूती से डेल्टा में जकड़कर रखती है | तो मोटर को सप्लाई से अलग करने के लिए stop बटन का उपयोग किया जाता है |
इसके अतिरिक्त और भी भाग होते है एक स्टार डेल्टा स्टार्टर में जैसे ओवर लोड कोयल , करंट एडजस्टर आदि |
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Sir iske connection kese kre ye btaiye…
Very nice sir ji thanks for this uplod