कोई भी विद्युत् परिपथ हो बिना प्रतिरोध के उस विद्युत् परिपथ का कोई महत्व नही होता है |इस पोस्ट में हम प्रतिरोध को जानेंगे | जी हाँ ..प्रतिरोध वही कारक हैं जिसके कारण करंट की उत्पत्ति होती है | जहाँ प्रतिरोध के कुछ फायदे भी होते है तो कुछ नुकशान भी है |
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विजिट करेयदि आप भी जानना चाहते है की प्रतिरोध क्या है ( Resistance in hindi ) और प्रतिरोध के कौन – कौन से सूत्र होते है , इसकी इकाई क्या होती है , विद्युत परिपथ में प्रतिरोध का क्या उपयोग है , प्रतिरोध कैसे मापा जाता है तथा प्रतिरोध के फायदे और नुकशान क्या है तो यह पोस्ट आप पूरा पढ़े |
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प्रतिरोध क्या है | Resistance in Hindi
प्रत्येक वैद्युतिक पदार्थ अपने मे से प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा का विरोध करता है जिसे प्रतिरोध कहा जाता है | इसकी इकाई / मात्रक ओह्म होती है | तथा इसे मापने के लिए ओह्म मीटर का उपयोग किया जाता है |
परिभाषा – प्रतिरोध किसी चालक पदार्थ का वह गुण होता है जो विद्युत् धारा के मार्ग में रुकावट उत्पन्न करता है | प्रतिरोध को R से प्रदर्शित किया जाता है तथा इसकी इकाई ओह्म होती है | प्रतिरोध को मापने के लिए ओह्म मीटर का उपयोग किया जाता है |
वे सभी पदार्थ जिनका उपयोग बिजली के कार्यों में होता है चाहे वह चालक पदार्थ हो , कुचालक पदार्थ हो या फिर अर्द्धचालक पदार्थ हो | उन्हें जब भी विद्युत सप्लाई के साथ जोड़ा जाता है तो वह पदार्थ अपने में से करंट को बहने से रोकते है , जिसे हम प्रतिरोध कहते है | यह इन पदार्थ का गुण होता है जिसके कारण ही यह निर्धारित हो पाता है की परिपथ में कितनी विद्युत् धारा प्रवाहित होना है |
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जहाँ हम यदि बात करें चालक पदार्थ की तो इनका प्रतिरोध बहुत कम होता है जिसके कारण इनमे ज्यादा मात्रा की करंट प्रवाहित हो सकती है | वही कुचालक पदार्थ में प्रतिरोध बहुत ही अधिक होता है जिस कारण से इनमें या तो करंट बहुत ही कम मात्रा की प्रवाहित होती है या फिर करंट प्रवाहित होती ही नही है | वहीँ इन दोनों के मध्य स्वभाव वाले पदार्थ अर्द्धचालक में सामान्य तापमान ( वोल्टेज ) पर तो करंट प्रवाहित नही होती है किन्तु तापमान में वृद्धि के साथ करंट भी प्रवाहित होने लगती है |
यानि निष्कर्ष के लिए हम कह सकते है की नियत वोल्टेज पर यदि प्रतिरोध अधिक होगा तो करंट कम प्रवाहित होगी और यदि प्रतिरोध कम होगा तो करंट अधिक प्रवाहित होगी |
ध्यान दे – कभी भी ओह्म मीटर का उपयोग चालू परिपथ में नही किया जाना चाहिए | ओह्म मीटर हमेशा बंद परिपथ में ही उपयोग किया जाता है | साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए की ओह्म मीटर को कभी भी सप्लाई के साथ कनेक्ट ना करे | ओह्म मीटर के प्रचालन के लिए ओह्म मीटर में इंटरनल DC बैटरी का उपयोग किया जाता है |
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प्रतिरोध के सूत्र | Resistance Formula
प्रतिरोध के मान की गणना करने के लिए प्रतिरोध के अलग – अलग सूत्रों का उपयोग किया जाता है | यह सूत्र परिपथ में ज्ञात अन्य दो वैद्युतिक राशियों के मान के अनुसार अलग – अलग प्रकार के होते है | आइये देखते है प्रतिरोध ज्ञात करने के सभी सूत्रों को –
सूत्र 1 – R = V / I
प्रतिरोध = वोल्टेज / धारा
यहाँ
R = Resistance ( प्रतिरोध ) ओह्म में
V = Voltage ( वोल्टेज ) वोल्ट में
I = current ( धारा ) एम्पीयर में
सूत्र 2. R = V x V / P
प्रतिरोध = वोल्टेज x वोल्टेज / पॉवर
यहाँ
R = Resistance ( प्रतिरोध ) ओह्म में
V = Voltage ( वोल्टेज ) वोल्ट में
P = Power ( पॉवर ) वाट में
सूत्र 3. R = P / I x I
प्रतिरोध = पॉवर / करंट x करंट
यहाँ
R = Resistance ( प्रतिरोध ) ओह्म में
P = Power ( पॉवर ) वाट में
I = Current ( धारा ) एम्पीयर में
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प्रतिरोध के सवाल | Resistance ke sawal
निचे हम कुछ प्रतिरोध से जुड़े सवाल दिए है | दिए गये सवालों में लगने वाले सूत्रों के बारे में हम ऊपर चर्चा कर चुके है | प्रत्येक सवाल में दिए गये वैद्युतिक राशी के मान को आप सूत्र में भरकर इन सवालों को आसानी से सोल्व कर सकते है |हम प्रत्येक सवाल के निचे उनके सही उत्तर को लिखे है | आप सोल्व कर उत्तर मिलान कर सकते है |
प्रश्न 01 – एक 12 वोल्ट की DC बैटरी के साथ जब एक निम्न मान के प्रतिरोध को जोड़ा गया तो उस प्रतिरोध के कारण परिपथ में 1.1 एम्पीयर की धारा प्रवाहित होने लगी | परिपथ में जोड़े जाने वाले प्रतिरोध का मान क्या होगा ?
उत्तर देखेंप्रश्न 02 – एक सर्किट में 0.2 A की धारा प्रवाहित हो रही है | यदि सर्किट 9 वोल्ट की सप्लाई के साथ जुड़ा है तो सर्किट में जुड़े प्रतिरोध का मान क्या होगा ?
उत्तर देखेंप्रश्न 03 – एक प्रतिरोध को जब 100 वोल्ट की सप्लाई के साथ जोड़ा जाता है तो 2 A की धारा प्रवाहित होती है जब इसी प्रतिरोध को 24 वोल्ट की सप्लाई के साथ जोड़ते है तो 0.48 A की धारा प्रवाहित होती है | प्रतिरोध का मान क्या होगा ?
उत्तर देखेंप्रश्न 04 – एक 200 वाट बल्ब का प्रतिरोध क्या होगा जिसे 230 वोल्ट की सप्लाई के साथ जोड़ा जाना है ?
उत्तर देखेंप्रश्न 05 – उस विद्युत् हीटर के फिलामेंट का प्रतिरोध ज्ञात करे जिसे 220 वोल्ट की सप्लाई के साथ जोड़ने से 700 वाट की विद्युत् शक्ति की खपत होती हो ?
उत्तर देखेंप्रश्न 06 – एक हेलोजन लैंप 500 वाट की विद्युत् शक्ति खपत करता है जब उसे 250 वोल्ट की AC सप्लाई से जोड़ा जाता है , हेलोजन लैंप के फिलामेंट का प्रतिरोध क्या होगा ?
उत्तर देखेंप्रश्न 07 – एक 100 वाट का लैंप 0.1 A की विद्युत् धारा खपत करता है , इस लैंप का प्रतिरोध क्या होगा ?
उत्तर देखेंप्रश्न 08 – उस गीजर का प्रतिरोध ज्ञात करे जो 2 A की विद्युत् धारा खपत करता है तथा जिसके फिलामेंट की विद्युत् शक्ति 500 वाट है ?
उत्तर देखें
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- विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव क्या है |
- बिजली कैसे बचाएं जाने बिजली बचाने के तरीके
-: प्रतिरोध विशेष स्मरणीय बिंदु :-
- प्रतिरोध की इकाई ओह्म होती है |
- प्रतिरोध मापने के लिए ओह्म मीटर का उपयोग किया जाता है |
- ओह्म मीटर का उपयोग कभी भी ऑन सप्लाई में नही करना चाहिए |
- अधिक प्रतिरोध पर कम धारा प्रवाहित होती है |
- कम प्रतिरोध पर अधिक धारा प्रवाहित होती है |
- प्रतिरोध से ही परिपथ में विद्युत धारा का मान निर्धारित होता है |
- जिन पदार्थो में फ्री इलेक्ट्रान की संख्या अधिक होती है उनका प्रतिरोध कम होता है |
- जिन पदार्थों में फ्री इलेक्ट्रान की संख्या नगण्य अथवा नही होती है उनका प्रतिरोध बहुत ही अधिक होता है |
- मेगा ओह्म में प्रतिरोध मापने के लिए मेगर मीटर ( इंसुलेशन टेस्टर ) का उपयोग किया जाता है |
- अर्थिंग प्रतिरोध मापने के लिए अर्थ टेस्टर का उपयोग किया जाता है |
- पृथ्वी का प्रतिरोध शून्य होता है |
- सुखी अवस्था में मानव शरीर का प्रतिरोध अधिक व गीली अवस्था में शरीर का प्रतिरोध कम होता है |
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- चालक अचालक तथा अर्द्धचालक क्या है
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