जैसे – 1. D.O.L Starter
2. Manual Star Delta Starter
3. Automatic Star Delta Starter
4. Auto Transformer Start Delta Starter , etc.
आज के इस पोस्ट में हम जानेगे की किसी थ्री फेज की मोटर को स्टार्ट करने के लिए DOL स्टार्टर की जरुरत क्यों पड़ती है , क्यों थ्री फेज मोटर को सीधा सप्लाई से नही जोड़ा जाता है जैसे सिंगल फेज की मोटर को जोड़ते है , डी.ओ.एल. स्टार्टर में कोन कोन से भाग होते है और उनका क्या कार्य होता है, और एक डी.ओ.एल. स्टार्टर को कितने HP. मोटर से जोड़ना उचित होगा आदि |
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dol starter |
DOL Strater क्या है
DOL Starter in Hindi – DOL का पूरा नाम Direct Online Starter है | जैसा की इसके नाम से स्पष्ट है की यह स्टार्टर मोटर को दी जाने वाली सप्लाई को कम या ज्यादा नही करता है सीधा ही आने वाली सप्लाई को मोटर तक पहुचता है | इस स्टार्टर का उपयोग थ्री फेज की गिलहरी पिंजरा मोटर जिसकी HP क्षमता 5 HP से कम होती है के लिए उपयोग किया जाता है |
वैसे स्टार्टर का उपयोग मोटर की स्टार्टिंग करंट अधिक होती है जिसके कारण स्टेटर वाइंडिंग जल सकती है | वाइंडिंग को जलने से बचाने एवं स्टार्टिंग करंट कम करने के लिए किया जाता है | परन्तु DOL स्टार्टर किसी भी प्रकार से स्टार्टिंग करंट को कम नही करता है क्युकी इसका उपयोग जैसा की अपने ऊपर देखा है की सामन्यतः 5 HP से कम की मोटर को स्टार्ट करने के लिए किया जाता है तो 5 HP की मोटर की स्टार्टिंग करंट इतनी अधिक नही होती है जिससे की मोटर की वाइंडिंग जले फिर भी यदि एसा होता है तो इस स्टार्टर में स्टार्टिंग करंट से बचाव के लिए कुछ सेफ्टी डिवाइस का उपयोग किया जाता है जिनके बारे में हम आइये निचे विस्तार से पढते है |
DOL स्टार्टर के भाग एवं उनका उपयोग –
एक डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर में सिमित ही भाग होते है
1. Contactor – थ्री फेज सप्लाई को मोटर तक पहुचाने के लिए contactor का उपयोग किया जाता है जिसे हम प्लंजर के नाम से भी जानते है | एक contactor या संयोजक में मुख्य रूप से दो भाग होते हे
१ fixed contactor – fixed contactor स्थिर होते है जिनमे सप्लाई तथा मोटर के कंडक्टर को कनेक्ट किया जाता है | सप्लाई और मोटर के contactor के बिच कुछ दुरी होती हे जिससे सप्लाई मोटर तक नही पहुचती है |
२. moveable contactor – यह contactor अस्थिर होते है जो की सप्लाई को मोटर तक पहुचाने के लिए उपयोग होते है इसमे पीतल से बनी स्ट्रिप होती है जो सप्लाई contactor को मोटर contactor से शोर्ट या कनेक्ट करने का कार्य करती है |
2. NVC – इसका पूरा नाम NO VOLT COIL है इसका उपयोग moveable contactor को खीचकर रखना होता है | जब इस coil में को दो फेज में मध्य कनेक्ट करते है तो इसमें एक चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है जिसके कारण moveable contactor ओन अवस्था में रहते है और मोटर को सप्लाई मिलती रहती है | coil के इन दो फेज के मध्य ओन तथा ऑफ पुश बटन जुड़े होते है जो coil को सप्लाई से जोड़ने तथा अलग करने के लिए उपयोग किये जाते है |
3. OLC – इसका पूरा नाम ओवर लोड coil होता है जिसका जिसको तीन फेज की सप्लाई से जोड़ते है | इस coil का उपयोग जब मोटर पर ज्यादा लोड हो जाने से करंट की वैल्यू अधिक हो जाती है तो यह coil NVC तक सप्लाई नही जाने देती और NVC moveable contactor को छोड़ देती है और मोटर ऑफ हो जाती है |
4. Start Button – यह हरे रंग का बटन होता है जो OLC तथा NVC के साथ श्रेणी क्रम में जुड़ा होता है | स्टार्टर के इस बटन को दबाने से स्टार्टर NVC coil तक सप्लाई पहुचना शुरू हो जाती है और मोटर स्टार्ट हो जाती है |
5. Stop Button – इस बटन को लाल रंग का बनाया जाता है | और यह बटन भी ओन बटन की भांति ही जुड़ा होता है | इस बटन को प्रेस करने से NVC की सप्लाई ऑफ हो जाती है और मोटर बंद हो जाती है |
इस पोस्ट DOL डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर क्या है? | DOL Starter in hindi में बस इतना ही उम्मीद करते है आपको इस पोस्ट में दी गयी जानकरी पसंद आवेगी यदि इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल हो तो कृपया हमे कमेंट बॉक्स में सूचित करे | |
सर ऑनलाइन टेस्ट और प्रोवाइड कीजिए प्लीज
जी हाँ ..जल्द ही आएगा ऑनलाइन टेस्ट