डीसी मोटर क्या है | DC Motor in Hindi

dc motor in hindi
 
DC Motor in Hindi – आज के समय में हम हमारे चारो और कुछ एसी नई – नई टेक्नोलॉजी को देखते हे जिनको देखकर हमे उनकी बनावट तथा कार्य करने के तरीको को जानने की इच्छा होती हे | DC Motor भी इनमे से एक है | यदि आप जानना चाहते हे की DC Motor क्या है ? इसका का कार्य सिध्दांत क्या है  एवं DC motor  कितने प्रकार की होती है तो यह आर्टिकल ( DC Motor in Hindi ) आपके लिए हेल्पफुल हो सकता है | 

 

नमस्कार 🙏 और स्वागत है आपका एस.के.आर्टिकल डॉट कॉम में …. 
 
” DC प्रकार की वैद्युतिक ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलने वाली मशीन DC Motor कहलाती है |”
DC Motor की इनपुट इलेक्ट्रिकल होती हे तथा इसकी आउटपुट मैकेनिकल होती है | सामान्यत: यह मोटरे आज के समय में हमारे लिए बहुत ही ज्यादा हेल्पफुल हो चुकी हे इनका उपयोग हमारे मोबाइल के वाइब्रेशन के लिए , टेबल फेन में , वाहनों के AC में , कंप्यूटर के CPU में , खिलोनो में ,टेप रिकॉर्डर में , डीवीडी प्लेयर में  ,तथा उद्योगों में बहुत ज्यादा मात्रा में किया जाता है | इन मोटर की विशेषता यह होती हे की इन्हें बड़ी आसानी से किसी भी गति पर चला सकते हे तथा फॉरवर्ड एवं रिवेर्स कर सकते है | यह मोटरे बहुत ही ज्यादा छोटे आकर में पाई जाती है जिसके कारण इनका उपयोग हम कंही भी कभी भी कर सकते है | 
 
 

Parts Of DC Motor in Hindi | डीसी मोटर के भाग 

DC मोटर में मुख्य रूप से केवल दो ही भाग होते है 
1. योक या बॉडी 
2. आर्मेचर 
 
1. योक या बॉडी –  मोटर का स्थिर भाग बॉडी होता हे जिसमे फील्ड पोल स्थापित किये जाते है | यह बॉडी छोटी मोटरों में कास्ट आयरन की बनायीं जाती है तथा बड़ी मोटर में कास्ट स्टील की बनाते है | इन मोटरों में चुम्बकीय क्षेत्र स्थापित करने के लिए फील्ड पोल का उपयोग किया जाता है जो की सिलिकॉन स्टील की पतली पत्तियों को आपस में मिलाकर बनाते है तथा इन पोल पर कॉपर से बनी वाइंडिंग करते है जिसे dc सप्लाई से जोड़ने पर चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है |
 
2. आर्मेचर – यह मोटर का घुमने वाला भाग होता है इसमें सिलिकॉन स्टील से बना एक ड्रम होता है जिसमें वाइंडिंग की जाती है | इस ड्रम के बिच माइल्ड स्टील से बनी एक शाफ़्ट स्थापित की जाती है जिसके द्वारा हम यांत्रिक शक्ति प्राप्त करते हे |फील्ड वाइंडिंग की तरह आर्मेचर वाइंडिंग को भी उतने ही मान की dc सप्लाई से जोड़ते है |
 
 

Working Principle of DC Motor in Hindi | डीसी मोटर का कार्य सिध्दांत 

 DC Motor Electromagnetic Drag  ( विद्युत चुम्बकीय खिचाव ) के सिध्दांत पर कार्य करती है | यह सिध्दांत कहता हे की यदि किसी चुम्बकीय क्षेत्र में किसी धारावाही को चालक ( जिसमे करंट प्रवाहित हो रहा हो ) को रखा जाये तो वह चालक खुद का भी एक चुम्बकीय क्षेत्र स्थापित करेगा और यदि एक ही जगह पर दो चुम्बकीय क्षेत्र मौजूद हो तो दोनों चुम्बकीय क्षेत्र की आपसी क्रिया के कारण चालक में एक घुमाव बल उत्पन्न हो जाता है और चालक घुमने लगता है “
 
 

Types of DC Motor in Hindi | डीसी मोटर के प्रकार 

 
DC Motor मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती 
2. shunt motor ( शंट मोटर )
3. compound motor ( कंपाउंड मोटर )
 

Conclusion :- 
तो दोस्तों यह थी DC Motor in Hindi के बारे में कुछ समान्य जानकरी | यदि यह जानकारी आपको पसंद आती है तो कृपया निचे दिए गये शेयर बटन का उपयोग कर अपने साथियों के साथ भी शेयर करे | और इस आर्टिकल से जुडी अन्य किसी भी प्रकार की जानकरी के लिए हमे निचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करे |

Leave a Comment

error: Content is protected !!
Scroll to Top