Half Wave Rectifier – बिजली के उपकरणों ने हमारे जीवन को बहुत ही ज्यादा आनंदमय बना रखा है , दिन प्रतिदिन हमारे सामने बिजली से चलने वाले उपकरणों का आकार छोटा होता जा रहा है | इन उपकरणों का आकार छोटा करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है अर्ध्दचालक से बनी युक्तियों की |
पीडीऍफ़ क्वेश्चन पेपर और बुक्स के लिए
विजिट करेलेकिन इन युक्तियों के प्रचालन के लिए हमें डीसी विद्युत् धारा की आवश्यकता होती है अत: AC को DC में बदलने के लिए हमें Rectifier Circuit बनाना होता है | इससे पहले वाले आर्टिकल में हम आपको बता चुके है Rectifier किसे कहते है तथा कितने प्रकार के होते है | आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे Half Wave Rectifier क्या है तथा इसे कैसे बनायें के बारे में |
हाफ वेव रेक्टिफायर क्या है | Half Wave Rectifier
रेक्टिफायर के बारे में आप अच्छे से जानते है यह एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट होता है जिसका उपयोग AC सप्लाई ( प्रत्यावर्ती धारा ) को DC सप्लाई ( दिष्ट धारा ) में बदलने के लिए किया जाता है |
Half Wave Rectifier यानि की अर्ध्द तरंग दिष्टकारी एक ऐसा परिपथ होता है जिसके द्वारा प्रत्यावर्ती धारा की केवल आधी तरंग को दिष्ट धारा में बदला जाता है | डीसी की आधी तरंग (Wave) प्राप्त होने के कारण ही इसे हाफ वेव रेक्टिफायर कहा जाता है |
[ यह भी पढ़ें ]
- वैद्युतिक वायरिंग के नियम क्या है
- वैद्युतिक राशियाँ क्या है |
- जीने की वायरिंग कैसे करें
- विद्युत धारा के कौन कौन से प्रभाव होते है |
Half Wave Rectifier Circuit कैसे बनाये
आइये अब जानते है हाफ वेव रेक्टिफायर सर्किट डायग्राम कैसे बनाये | इस सर्किट को बनाना बहुत ही आसान होता है |इस सर्किट को बनाने के लिए हमे कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी जैसे एक स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर , एक PN संधि डायोड , एक रेजिस्टेंस |
हाफ वेव रेक्टिफायर के सर्किट डायग्राम को आप निचे देख सकते है | तथा डायग्राम का वर्णन भी हमने निचे किया है | या तो आप बताये गये चित्र के अनुसार सर्किट बना सकते है या इसे बनाने की सरल भाषा विधि लिखी गयी है जिसे आप फॉलो करके हाफ वेव रेक्टिफायर सर्किट बना सकते है |
हाफ वेव रेक्टिफायर की कार्यविधि
1 . सबसे पहले हम स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर की प्राइमरी तथा सेकेंडरी की पहचान करेंगे | यदि आप नही जानते की प्राइमरी और सेकेंडरी की पहचान कैसे करे तो आप निचे दिए गये आर्टिकल को पढ़ कर पहचान करना सिख सकते है |
2 . अब ट्रांसफार्मर की सेकेंडरी वाइंडिंग के एक वायर का साथ PN जंक्शन डायोड को फॉरवर्ड बायस अवस्था में जोड़े |
3. इसके पश्चात डायोड के N सिरे तथा ट्रांसफार्मर के दुसरे सिरे के बिच एक प्रतिरोध को जोड़ दिया जाता है |
4 . बस अब आपका रेक्टिफायर सर्किट तैयार है | इससे प्राप्त आउटपुट हाफ वेव प्रकार की होगी |
[ यह भी पढ़ें ]
- विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव क्या है |
- बिजली कैसे बचाएं जाने बिजली बचाने के तरीके
- विशिष्ट प्रतिरोध क्या है
- प्रतिरोधक क्या है
- चालक अचालक तथा अर्द्धचालक क्या है
- विद्युत् धारा के अच्छे चालक कौन कौन से है
Half Wave Rectifier IMP Questions Answers
उत्तर-: डायोड ए. सी. वोल्टेज के नेगेटिव चक्र में रिवर्स बाईस मे होता है और खुले परिपथ की तरह व्यवहार करता हैं।
उत्तर-: केवल एक ही डायोड प्रयोग किया जाता हैं।
उत्तर-: फॉरवर्ड बाईस में होने पर परिपथ से विद्युत धारा प्रवाहित होने लगती है।
उत्तर-: 0.318Vm औसत वोल्टेज होती हैं।
उत्तर-: रिपिल रेक्टीफायर का मान अधिक होता है।
उत्तर-: हाफ वेव रेक्टीफायर में दो प्रकार के डायोड का इस्तेमाल नहीं किया जाता हैं।
उत्तर-: हाफ वेव रेक्टीफायर में इनपुट ए. सी. के ऋणात्मक चक्र द्वारा आउटपुट प्राप्त नही होती हैं।
उत्तर-: रेक्टीफिकेशन प्रक्रिया कहा जाता हैं।
उत्तर-: इनपुट ए सी वोल्टेज आरोपित होने पर डायोड का धनात्मक सिरा होता है।
उत्तर-: रिवर्स बाईस में परिपथ में विद्युत धारा प्रवाहित नही होगी।
[ यह भी पढ़ें ]
- सोल्डरिंग क्या है और Soldering कितने प्रकार की होती है
- आईटीआई इलेक्ट्रीशियन में कौन कौन से औजार उपयोग किये जाते है
- इलेक्ट्रोड किसे कहते है और इलेक्ट्रोड कितने प्रकार के होते है ?
- विद्युत अपघट्य क्या होता है
- विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव क्या है
- Electrical Machines क्या है ? और कितने प्रकार की होती है ?
- प्लेट अर्थिंग क्या है और कैसे करें
Final Word – तो इस आर्टिकल में आपने पढ़ा हाफ वेव रेक्टिफायर क्या है ( Half Wave rectifier ) उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल कुछ तो समझ आया होगा | कृपया अपने साथियों के साथ जरुर शेयर करे और हमारे नये अपडेट की जानकारी के लिए कृपया हमसे सोशल मीडिया पर जुड़े रहे |